श्रुति रामकथा, मुख रामको नामु, हिएँ पुनि रामहिको थलु है ॥ व्याख्या – श्री हनुमान जी कपिरूप में साक्षात् शिव के अवतार हैं, इसलिये यहाँ �
श्रुति रामकथा, मुख रामको नामु, हिएँ पुनि रामहिको थलु है ॥ व्याख्या – श्री हनुमान जी कपिरूप में साक्षात् शिव के अवतार हैं, इसलिये यहाँ �